-
21 विश्वपति
víṡva-patim. « lord of the universe»
N. of Mahāpurusha andᅠ of Kṛishṇa Hariv. ;
N. of a partic. fire MBh. ;
of various authors Cat.
-
22 शर्वपत्नी
ṡarvá-patnīf. the wife of Ṡiva, Parvati Kathās.
-
23 शाल्वपति
ṡālva-pati
ṡālva-rāja
ṡālva-rājanm. a king of the Ṡālvas MBh.
-
24 श्वपति
-
25 सत्त्वपति
sat-tvá-patim. the lord of creatures ib.
-
26 सर्वपति
sárva-patim. a lord of everything
-
27 सर्वपत्त्रीण
sárva-pattrīṇamfn. occupying the whole chariot Pāṇ. 5-2, 7.
-
28 स्वपति
svá-pati( svá-). m. one's own lord RV. ;
(- patí) mfn. having an own consort AV. ;
- bhrāntimatī f. (a woman) mistaking anything for her husband, Prâyaṡc.
-
29 स्वपतित
svá-patitamfn. dropped off of its own accord Var.
-
30 स्वपतीकृ
-
31 स्वपत्य
-
32 ह्रस्वपत्त्रक
hrasvá-pattrakam. « having short leaves», a kind of Bassia L. ;
( ikā) f. the small Pippala tree L.
-
33 वप् _vap
वप् 1 U. (वपति, वपते, उप्त; pass. उप्यते; desid. विव- प्सति-ते)1 To sow, scatter (as seed), plant; यथेरिणे बीजमुप्त्वा न वप्ता लभते फलम् Ms.3.142; न विद्यामिरिणे वपेत् 2.113; यादृशं वपते बीजं तादृशं लभते फलम् Subhāṣ; Ku.2. 5; Ś.6.23.-2 To throw (as arrow); cast (as dice); शरान् वपन्तं निशितान् सुपुङ्खान् Mb.6.63.28.-3 To beget, produce.-4 To weave.-5 To shear, shave (mostly Vedic). -Caus. (वापयति ते) To sow, plant, put into the ground. -
34 जीव
jīvámf (ā́)n. living, existing, alive RV. etc.;
healthy (blood) Car. VIII, 6, 74 ;
ifc. living by ( seeᅠ jala-cara-, rūpa-);
causing to live, vivifying ( seeᅠ, putra-, - jala);
m. n. any living being, anything living RV. etc.;
life, existence MBh. IV, VI Hariv. etc.. ;
(ifc. f. ā Kathās.);
m. the principle of life, vital breath, the living orᅠ personal soul (as distinguished from the universal soul seeᅠ jīvâ̱tman)
RV. I, 164, 30 ChUp. ṠvetUp. PraṡnUp. Mn. etc.. ;
N. of a plant L. ;
Bṛihaspati (regent of Jupiter) VarBṛS. Laghuj. Sūryas. KāṡīKh. ;
the 3rd lustrum in the 60 years, Bṛihaspati cycle VarBṛS. VIII, 26 ;
N. of one of the 8 Maruts Yājñ. II, 102/103 39 ;
Karṇa L. ;
n. N. of a metre RPrāt. XVII, 4 ;
(ā) f. life L. ;
the earth L. ;
a bow-string L. ;
(in geom. = jyā) the chord of an arc;
the sine of an arc Sūryas. II, 57 ;
(cf. tri-, tri-bha, dṛig-gati-, lamba- andᅠ ṡaṅku-jīvā);
N. of a plant ( jīvantī orᅠ vacā L.) VarBṛS. III, 39 ;
the tinkling of ornaments L. ;
pl. N. of a particular formula Kauṡ. Vait. ;
cf. ati-, upa- andᅠ saṉ-jīvá;
a-, kumāra-, ciraṉ-, jagaj-, dur-, nir-, pāpa-, bandhu-, sa-, su-;
khshudra-jivā, yāvaj-jīvam;
+ cf. bíos;
Lat. vivus;
Lith. gīvas;
Goth. qvius;
Eng. quick;
Hib. beo
- जीवकोश
- जीवकोषणी
- जीवग्रिभ्
- जीवग्रह
- जीवग्राहम्
- जीवघन
- जीवघातिन्
- जीवघात्या
- जीवघोषस्वामिन्
- जीवज
- जीवजीव
- जीवजीवक
- जीवंजीव
- जीवंजीवक
- जीवंजीविक
- जीवतण्डुल
- जीवतोका
- जीवत्याग
- जीवत्व
- जीवद
- जीवदत्त
- जीवदत्तक
- जीवदयाप्रकरण
- जीवदशा
- जीवदात्री
- जीवदान
- जीवदानु
- जीवदामन्
- जीवदायक
- जीवदेव
- जीवधन
- जीवधन्य
- जीवधानी
- जीवनश्
- जीवनाथ
- जीवनाय
- जीवनायक
- जीवनाशम्
- जीवनिकाय
- जीवनेत्री
- जीवंधरणचरित्र
- जीवपति
- जीवपत्त्र
- जीवपत्नी
- जीवपितृ
- जीवपितृक
- जीवपीतसर्ग
- जीवपुत्र
- जीवपुत्रक
- जीवपुरा
- जीवपुष्टा
- जीवपुष्प
- जीवप्रिष्टा
- जीवप्रज
- जीवप्रिया
- जीवबर्हिस्
- जीवभद्रा
- जीवभूत
- जीवभोजन
- जीवमन्दिर
- जीवमय
- जीवमिश्र
- जीवमेषक
- जीवयाज
- जीवयोनि
- जीवरक्त
- जीवरहित
- जीवराज
- जीवलोक
- जीवलौकिक
- जीववत्
- जीववध
- जीववर्धनी
- जीववल्ली
- जीवविचार
- जीवविजय
- जीवविनय
- जीवविषय
- जीवविषाण
- जीववृत्ति
- जीवशंस
- जीवशर्मन्
- जीवशाक
- जीवशुक्ला
- जीवशेष
- जीवशोणिता
- जीवश्रेष्ठा
- जीवसंक्रमण
- जीवसंज्ञ
- जीवसमास
- जीवसाक्षिन्
- जीवसाधन
- जीवसाफल्य
- जीवसिद्धि
- जीवसुत
- जीवसू
- जीवस्थान
- जीवहिंसा
-
35 देव
devá
heavenly, divine ( alsoᅠ said of terrestrial things of high excellence)
RV. AV. VS. ṠBr. ;
(superl. m. devá-tama RV. IV, 22, 3 etc.. ;
f. devi-tamā, II, 41, 16);
m. (according to Pāṇ. 3-3, 120 déva)
a deity, god RV. etc.etc.;
(rarely applied to) evil demons AV. III, 15, 5 TS. III, 5, 4, 1 ;
(pl. the gods as the heavenly orᅠ shining ones;
víṡvedevā́s, all the gods RV. II, 3, 4 etc..,
orᅠ a partic. class of deities < seeᅠ under víṡva>, often reckoned as 33, either 11 for each of the 3 worlds RV. I, 139, 11 etc.. ;
<cf. tri-daṡa>, orᅠ 8 Vasus, 11 Rudras, andᅠ 12 Ādityas <to which the 2 Aṡvins must be added> Br. ;
cf. alsoᅠ Divyâ̱v. 68 ;
with Jainas 4 classes, viz. bhavanâ̱dhî ̱ṡa, vyantara, jyotishka, andᅠ vaimānika;
devā́nāmpátnyas, the wives of the gods RV. VS. Br. ;
<cf. deva-patnī below >);
N. of the number 33 ( seeᅠ above) Gaṇit. ;
N. of Indra as the god of the sky andᅠ giver of rain MBh. R. etc.;
a cloud L. ;
(with Jainas) the 22nd Arhat of the future Ut-sarpiṇī;
the image of a god, an idol Vishṇ. ;
a god on earth orᅠ among men, either Brāhman, priest RV. AV. (cf. bhū-d-), orᅠ king, prince (as a title of honour, esp. in the voc. « your majesty» orᅠ « your honour» ;
alsoᅠ ifc. e.g.. ṡrī-harsha-d-, vikramâ̱ṅka-d-, king Ṡrī-harsha orᅠ VikrñVikramâṇka, andᅠ in names as purushôttama-d- <lit. having Vishṇu as one's deity;
cf. atithi-d-, ācārya-d-, pitṛi-d-, mātṛi-d->;
rarely preceding the name e.g.. deva-caṇḍamahāsena Kathās. XIII, 48)
Kāv. Pañc. etc. (cf. kshiti-, nara-, etc.);
a husband's brother (cf. devṛi andᅠ devara) W. ;
a fool, dolt L. ;
a child L. ;
a man following any partic. line orᅠ business L. ;
a spearman, lancer L. ;
emulation, wish to excel orᅠ overcome L. ;
sport, play L. ;
a sword Gal.;
N. of men VP. ;
of a disciple of Nāgârjuna MWB. 192 ;
dimin. for devadatta Pāṇ. 5-3, 83 Vārtt. 4 Sch. ;
(n. L.) an organ of sense MuṇḍUp. III, 1, 8; 2, 7 ;
(ā) f. Hibiscus Mutabilis orᅠ Marsilia Quadrifolia;
(ī́), f. seeᅠ s.v.
+ cf. Lat. dīvus, deus;
Lit. dē4vas;
Old Pruss. deiwas
- देवऋषभ
- देवऋषि
- देवकड
- देवकन्यका
- देवकन्या
- देवकमलपुर
- देवकर्दम
- देवकर्म
- देवकर्मन्
- देवकलश
- देवकल्प
- देवकवच
- देवकाञ्चन
- देवकान्त
- देवकाम
- देवकार्य
- देवकाष्ठ
- देवकिरी
- देवकिल्बिष
- देवकीर्ति
- देवकुण्ड
- देवकुरु
- देवकुरुम्बा
- देवकुल
- देवकुल्या
- देवकुसुम
- देवकूट
- देवकृत
- देवकृत्य
- देवकोश
- देवक्री
- देवक्षत्र
- देवक्षेत्र
- देवक्षेम
- देवखात
- देवगण
- देवगन्धर्व
- देवगन्धा
- देवगर्जन
- देवगर्भ
- देवगव
- देवगान्धार
- देवगायन
- देवगिरि
- देवगिरी
- देवगुप्त
- देवगुरु
- देवगुही
- देवगुह्य
- देवगृह
- देवगोपा
- देवग्रन्थ
- देवग्रन्थि
- देवग्रह
- देवघोष
- देवंगम
- देवचक्र
- देवचन्द्र
- देवचरित
- देवचर्या
- देवचिकित्सक
- देवचित्त
- देवच्छन्द
- देवच्छन्दस्
- देवच्छन्दस
- देवज
- देवजग्ध
- देवजग्धक
- देवजन
- देवजननी
- देवजप
- देवजय
- देवजा
- देवजात
- देवजामि
- देवजुष्ट
- देवजूत
- देवजूति
- देवतर
- देवतरथ
- देवतरस्
- देवतरु
- देवतर्पण
- देवतल्प
- देवता
- देवताड
- देवतात्
- देवताति
- देवतालक
- देवतिर्थ
- देवतुमुल
- देवत्त
- देवत्रा
- देवत्रात
- देवत्व
- देवदत्त
- देवदन्तिन्
- देवदमनिका
- देवदमनी
- देवदर्श
- देवदर्शन
- देवदर्शनिन्
- देवदर्शिन्
- देवदानी
- देवदारु
- देवदालिका
- देवदाली
- देवदास
- देवदिण्ण
- देवदिन्न
- देवदीप
- देवदुन्दुभि
- देवदुर्ग
- देवदुत
- देवदूति
- देवदेव
- देवदैवत्य
- देवद्युम्न
- देवद्रोणी
- देवद्र्याच्
- देवधर
- देवधर्म
- देवधर्मन्
- देवधानी
- देवधान्य
- देवधामन्
- देवधिष्ण्य
- देवनक्षत्र
- देवनदी
- देवनन्दा
- देवनल
- देवनागरी
- देवनाथ
- देवनाभ
- देवनाम
- देवनामन्
- देवनायक
- देवनाल
- देवनिकाय
- देवनिद्
- देवनिन्दक
- देवनिन्दा
- देवनिबन्ध
- देवनिर्माल्य
- देवनिर्मित
- देवनिश्रयणी
- देवनिश्रेणी
- देवनीथ
- देवपञ्चरात्र
- देवपण्डित
- देवपति
- देवपत्तन
- देवपत्नी
- देवपथ
- देवपद
- देवपरिषद्
- देवपर्ण
- देवपल्लीपट्टन
- देवपशु
- देवपाणि
- देवपात्र
- देवपात्रिन्
- देवपाद
- देवपान
- देवपाल
- देवपालित
- देवपीयु
- देवपुत्र
- देवपुर्
- देवपुर
- देवपुरीमाहात्म्य
- देवपुरोहित
- देवपुष्प
- देवपूजक
- देवपूजा
- देवपूजित
- देवपूज्य
- देवपूर्व
- देवपूर्वकम्
- देवप्रकाशिनी
- देवप्रतिकृति
- देवप्रतिमा
- देवप्रतिष्ठा
- देवप्रभ
- देवप्रयाग
- देवप्रश्न
- देवप्रसाद
- देवप्रसूत
- देवप्रस्थ
- देवप्रिय
- देवप्सरस्
- देवबन्धु
- देवबल
- देवबलि
- देवबाहु
- देवबोध
- देवबोधि
- देवबोधिसत्त्व
- देवब्रह्मन्
- देवभक्त
- देवभक्ति
- देवभट्ट
- देवभद्र
- देवभवन
- देवभाग
- देवभाष्यस्नानविधिपद्धति
- देवभिषज्
- देवभीति
- देवभू
- देवभूत
- देवभूति
- देवभूमि
- देवभूय
- देवभूरि
- देवभोग
- देवभोज्य
- देवभ्राज्
- देवमञ्जर
- देवमणि
- देवमण्डल
- देवमत
- देवमति
- देवमधु
- देवमनुष्य
- देवमय
- देवमलिम्लुच्
- देवमात
- देवमातृ
- देवमातृक
- देवमादन
- देवमान
- देवमानक
- देवमाय
- देवमार्ग
- देवमाला
- देवमास
- देवमित्र
- देवमिथुन
- देवमिश्र
- देवमीढ
- देवमीढुष
- देवमुनि
- देवयज्
- देवयजन
- देवयजि
- देवयज्ञ
- देवयज्य
- देवयज्या
- देवयशस्
- देवया
- देवयाजिन्
- देवयाज्ञिक
- देवयातु
- देवयात्रा
- देवयात्रिन्
- देवयान
- देवयानीय
- देवयावन्
- देवयुक्त
- देवयुग
- देवयोनि
- देवयोषा
- देवरक्तदंशी
- देवरक्षित
- देवरत
- देवरति
- देवरथ
- देवरहस्य
- देवराज्
- देवराज
- देवराजन्
- देवराज्य
- देवरात
- देवराम
- देवराष्ट्र
- देवरूपा
- देवरेतस
- देवर्षि
- देवलक्ष्म
- देवलता
- देवलाङ्गुलिका
- देवलाति
- देवलिङ्ग
- देवलेखा
- देवलोक
- देववक्त्र
- देववचना
- देववत्
- देववध
- देववेधू
- देववन्द
- देववर
- देववर्णिनि
- देववर्त्मन्
- देववर्धकि
- देववर्धन
- देववर्मन्
- देववर्य
- देववर्ष
- देववल्लभ
- देववाणी
- देववात
- देववायु
- देववाहन
- देवविजयगणि
- देवविद्
- देवविद्या
- देवविभाग
- देवविमलगणि
- देवविश्
- देवविशा
- देववी
- देववीति
- देववृक्ष
- देववृत्ति
- देववेश्मन्
- देवव्यचस्
- देवव्रत
- देवव्रतिन्
- देवशक्ति
- देवशतभाष्य
- देवशत्रु
- देवशब्द
- देवशर्मन्
- देवशस्
- देवशाबरतन्त्र
- देवशिल्प
- देवशिल्पिन्
- देवशिशु
- देवशिष्ट
- देवशुनी
- देवशूर
- देवशेखर
- देवशेष
- देवश्रवस्
- देवश्री
- देवश्रुत्
- देवश्रुत
- देवश्रू
- देवश्रेणी
- देवश्रेष्ठ
- देवसंसद्
- देवसंहिता
- देवसख
- देवसखि
- देवसंगीतयोनिन्
- देवसत्त्र
- देवसत्त्व
- देवसत्य
- देवसद्
- देवसदन
- देवसद्मन्
- देवसंध
- देवसंनिधि
- देवसभ
- देवसभ्य
- देवसरस
- देवसर्षप
- देवसव
- देवसह
- देवसाक्ष्य
- देवसागरगणि
- देवसात्कृ
- देवसायुज्य
- देवसावर्णि
- देवसिंह
- देवसिद्धि
- देवसुन्द
- देवसुमति
- देवसुमनस्
- देवसुषि
- देवसू
- देवसूकक्षेत्र
- देवसूद
- देवसूरि
- देवसृष्ट
- देवसेन
- देवसोम
- देवसोमक
- देवस्तव
- देवस्तुत्
- देवस्त्री
- देवस्थलि
- देवस्थान
- देवस्मिता
- देवस्व
- देवस्वपहरण
- देवस्वामिन्
- देवहविस्
- देवहव्य
- देवहिंसक
- देवहित
- देवहिति
- देवहू
- देवहूति
- देवहूय
- देवहेडन
- देवहेळअन
- देवहेति
- देवहोत्र
- देवह्रद
-
36 स्व
svá1) mf (ā́)n. own, one's own, my own, thy own, his own, her own, our own, their own etc.
(referring to all three persons accord. toᅠ context, often ibc., but generally declinable like the pronominal sarva e.g.. svasmai dat. svasmāt abl
<optionally in abl. loc. sing. nom. pl. e.g.. taṉsvādāsyādasṛijat, « he created him from his own mouth» Mn. I, 94 >;
andᅠ always like ṡiva when used substantively < seeᅠ below>;
sometimes used loosely for « my», « thy», « his», « our» <e.g.. rājābhrātaraṉsva-grīhamprêshayām-āsa, « the king sent his brother to his (i.e. the brother's) house» >;
in the oblique cases it is used as a refleXIVe pronoun = ātman, e.g.. svaṉdūshayati, « he defiles himself» ;
svaṉnindanti, « they blame themselves») RV. etc. etc.;
m. one's self, the Ego, the human soul W. ;
N. of Vishṇu MBh. ;
a man of one's own people orᅠ tribe, a kinsman, relative, relation, friend ( svāḥ, « one's own relations», « one's own people») AV. etc. etc.;
(ā) f. a woman of one's own caste MBh. ;
(am) n. (ifc. f. ā), one's self, the Ego (e.g.. svaṉcabrahmaca, « the Ego andᅠ Brahman»);
one's own goods, property, wealth, riches (in this sense said to be alsoᅠ m.) RV. etc. etc.;
the second astrological mansion VarBṛS. ;
(in alg.) plus orᅠ the affirmative quantity W. ;
+ cf. Gk. ἕ, ὅς, σφός;
Lat. se, sovos, suus;
Goth. sik;
Germ. sich etc.
sva2) Nom. P. svati (pf. svām-āsa) = svaivâ̱carati, he acts like himself orᅠ his kindred Vop. XXI, 7. ;
- स्वकम्पन
- स्वकम्बला
- स्वकरण
- स्वकर्मन्
- स्वकर्मिन्
- स्वकामिन्
- स्वकार्य
- स्वकाल
- स्वकीर्तिमय
- स्वकुटुम्ब
- स्वकुल
- स्वकुल्य
- स्वकुशलमय
- स्वकृत्
- स्वकृत
- स्वकेतु
- स्वक्षत्र
- स्वग
- स्वगत
- स्वगति
- स्वगर्भ
- स्वगुण
- स्वगुप्त
- स्वगूर्त
- स्वगृह
- स्वगृहीत
- स्वगोचर
- स्वगोप
- स्वग्रह
- स्वग्राम
- स्वचक्षुस्
- स्वचर
- स्वचरणपर्षद्
- स्वचर्या
- स्वचेतस्
- स्वच्छन्द
- स्वच्छन्दक
- स्वज
- स्वजन
- स्वजनय
- स्वजनाय
- स्वजन्मन्
- स्वजा
- स्वजात
- स्वजाति
- स्वजातीय
- स्वजात्य
- स्वजित
- स्वजेन्य
- स्वज्ञाति
- स्वतन्त्र
- स्वतन्त्रय
- स्वतन्त्रिक
- स्वतन्त्रिन्
- स्वतवस्
- स्वतस्
- स्वता
- स्वतुल्य
- स्वतृतीय
- स्वतेजस्
- स्वत्र
- स्वत्व
- स्वदान
- स्वदार
- स्वदिङ्मुखम्
- स्वदुहितृ
- स्वदृश्
- स्वदृष्ट
- स्वदेश
- स्वदेहदान
- स्वदोषज
- स्वधर्म
- स्वधर्मन्
- स्वधा
- स्वधामन्
- स्वधुर्
- स्वधृति
- स्वधेनव
- स्वनगर
- स्वनाभक
- स्वनाभ्य
- स्वनामन्
- स्वनाश
- स्वनिष्ठ
- स्वपक्ष
- स्वपक्षीय
- स्वपञ्चक
- स्वपण
- स्वपति
- स्वपतित
- स्वपतीकृ
- स्वपद
- स्वपरप्रतारक
- स्वपरमण्डल
- स्वपिण्डा
- स्वपितृ
- स्वपिश्
- स्वपुत्रवत्
- स्वपुर
- स्वपुरस्
- स्वपू
- स्वपूर्ण
- स्वपोषम्
- स्वप्रकाश
- स्वप्रतिकर
- स्वप्रतिनिधि
- स्वप्रतिष्ठ
- स्वप्रधान
- स्वप्रभा
- स्वप्रभुता
- स्वप्रमाणानुरूप
- स्वप्रयोगात्
- स्वप्रयोजनवश
- स्वप्रसार
- स्वबन्धु
- स्वबलाश्रय
- स्वबान्धव
- स्वबाहु
- स्वबीज
- स्वब्राह्मण्या
- स्वभक्ष
- स्वभट
- स्वभद्रा
- स्वभवस्
- स्वभाजन
- स्वभानु
- स्वभाव
- स्वभाविकी
- स्वभाषित
- स्वभू
- स्वभूत
- स्वभूति
- स्वभूमि
- स्वभ्यस
- स्वमत्
- स्वमनीषा
- स्वमनीषिका
- स्वमनोबोधवाक्य
- स्वमांस
- स्वमात्रेण
- स्वमाया
- स्वमार्गमर्मविवरण
- स्वयत
- स्वयत्न
- स्वयशस्
- स्वयावन्
- स्वयु
- स्वयुक्त
- स्वयुक्ति
- स्वयुग्वन्
- स्वयुज्
- स्वयुति
- स्वयूथ्य
- स्वयोनि
- स्वरस
- स्वरसीकृ
- स्वराज्
- स्वराजन्
- स्वराज्य
- स्वराष्ट्र
- स्वराष्ट्रीय
- स्वरुचि
- स्वरुह्
- स्वरूप
- स्वरूपक
- स्वरूपिन्
- स्वरोचस्
- स्वरोचि
- स्वरोचिष
- स्वरोचिस्
- स्वलक्षण
- स्वलिखित
- स्वलिङ्ग
- स्वलीन
- स्ववंशज
- स्ववंशिन्
- स्ववंश्य
- स्ववत्
- स्ववर्गीय
- स्ववर्ग्य
- स्ववश
- स्ववशिनी
- स्ववश्य
- स्ववसु
- स्ववहित
- स्ववाञ्छा
- स्ववार
- स्ववार्त्त
- स्ववासिन्
- स्वविकत्थन
- स्वविग्रह
- स्वविच्छन्दस्
- स्वविद्युत्
- स्वविधि
- स्वविधेय
- स्वविनाश
- स्वविषय
- स्ववीक्षित
- स्ववीर्यतस्
- स्ववृक्ति
- स्ववृज्
- स्ववृति
- स्ववृत्त
- स्ववृत्ति
- स्ववृष्टि
- स्ववैरिता
- स्वशक्ति
- स्वशरीर
- स्वशिरस्
- स्वशोचिस्
- स्वश्चन्द्र
- स्वश्लाघा
- स्वसंयुक्त
- स्वसंविद्
- स्वसंवृत
- स्वसंवेदन
- स्वसंवेद्य
- स्वसंस्था
- स्वसंहिता
- स्वसत्ता
- स्वसदृश
- स्वसमान
- स्वसमुत्थ
- स्वसम्भव
- स्वसम्भूत
- स्वसम्मुख
- स्वसर
- स्वसर्व
- स्वसार
- स्वसिच्
- स्वसिद्ध
- स्वसू
- स्वसृत्
- स्वसेतु
- स्वसैन्य
- स्वस्कन्द
- स्वस्तर
- स्वस्थ
- स्वस्थान
- स्वस्थित
- स्वस्थीकृ
- स्वस्थीभू
- स्वस्वकाल
- स्वस्वध
- स्वस्वप्राण
- स्वस्वभाव
- स्वस्वरुचि
- स्वस्वरूप
- स्वस्वामिभाव
- स्वस्वामिसम्बन्ध
- स्वहन्तृ
- स्वहरण
- स्वहस्त
- स्वहस्तिका
- स्वहस्तित
- स्वहित
- स्वहेतु
- स्वहोतृ
-
37 बिल्व
bilvá
its delicious fruit when unripe is used medicinally;
its leaves, are employed in the ceremonial of the worship of Ṡiva;
cf. RTL. 336) AV. etc. etc.;
(ā) f. a kind of plant (= hiṅgu-pattrī) L. ;
n. the Bilva fruit MBh. Kathās. ;
a partic. weight (= 1 Pala, = 4 Akshas, 1/4= Kuḍava) Suṡr. ṠārṇgS. ;
a kind of vegetable Suṡr. ;
a small pond, pool L. (cf. billa)
- बिल्वज
- बिल्वतेजस्
- बिल्वदण्ड
- बिल्वदण्डिन्
- बिल्वनाथ
- बिल्वपत्त्र
- बिल्वपत्त्रिका
- बिल्वपर्णी
- बिल्वपाण्डर
- बिल्वपाण्डुर
- बिल्वपेशिका
- बिल्वपेसी
- बिल्वमङ्गल
- बिल्वमध्य
- बिल्वमात्र
- बिल्ववन
- बिल्वमाहात्म्य
-
38 सर्व
sárvamf (ā)n. (perhaps connected with sāra q.v.;
inflected as a pronoun except nom. acc. sg. n. sarvam, andᅠ serving as a model for a series of pronominals cf. sarva-nāman) whole, entire, all, every (m. sg. « every one» ;
pl. « all» ;
n. sg. « everything» ;
sometimes strengthened by viṡva <which if alone in RV. appears in the meaning « all», « every», « every one» > andᅠ nikhila;
sarve
pi, « all together» ;
sarvaḥko
pi, « every one so ever» ;
gavāṉsarvam, « all that comes from cows» ;
sarva with a negation = « not any», « no», « none» orᅠ « not every one», « not everything») RV. etc. etc.;
of all sorts, manifold, various, different MBh. etc.;
(with another adjective orᅠ in comp.;
cf. below) altogether, wholly, completely, in all parts, everywhere RV. ChUp. etc.;
(am) ind. (with sarveṇa) completely Divyâ̱v. ;
m. (declined like a subst.) N. of Ṡiva MBh. ;
of Kṛishṇa Bhag. ;
of a Muni Cat. ;
pl. N. of a people MārkP. ;
n. water Naigh. I, 12. ;
+ cf. Gk. ὅλος for ὁλγγος
Lat. salvus
- सर्वंसह
- सर्वंहर
- सर्वकर
- सर्वकर्तृ
- सर्वकर्मन्
- सर्वकर्मीण
- सर्वकाञ्चन
- सर्वकाम
- सर्वकामिक
- सर्वकामिन्
- सर्वकाम्य
- सर्वकारक
- सर्वकारण
- सर्वकारिन्
- सर्वकाल
- सर्वकालिकागम
- सर्वकालीना
- सर्वकाषम्
- सर्वकृच्छ्र
- सर्वकृत्
- सर्वकृष्ण
- सर्वकेश
- सर्वकेशक
- सर्वकेशिन्
- सर्वकेसर
- सर्वक्रतु
- सर्वक्षत्रियमर्दन
- सर्वक्षय
- सर्वक्षार
- सर्वक्षित्
- सर्वक्षितिपतित्व
- सर्वक्षेत्रतीर्थमाहात्म्य
- सर्वग
- सर्वगण
- सर्वगत
- सर्वगति
- सर्वगन्ध
- सर्वगन्धिक
- सर्वगम्भीर
- सर्वगवी
- सर्वगात्र
- सर्वगामिन्
- सर्वगायत्र
- सर्वगिल
- सर्वगु
- सर्वगुण
- सर्वगुणिन्
- सर्वगुरु
- सर्वगुब्यगृह्य
- सर्वग्रन्थि
- सर्वग्रन्थिक
- सर्वग्रह
- सर्वग्रास
- सर्वंकष
- सर्वचक्रविचार
- सर्वचक्रा
- सर्वचण्डाल
- सर्वचन्द्र
- सर्वचरित
- सर्वचरु
- सर्वचर्मीण
- सर्वचारिन्
- सर्वचोहन्दक
- सर्वज
- सर्वजगत्
- सर्वजट
- सर्वजन
- सर्वजनीन
- सर्वजनीय
- सर्वजन्मन्
- सर्वजय
- सर्वजागत
- सर्वजित्
- सर्वजीव
- सर्वजीविन्
- सर्वज्ञ
- सर्वज्ञातृ
- सर्वज्ञान
- सर्वज्ञीय
- सर्वज्यानि
- सर्वज्योतिषसंग्रह
- सर्वज्योतिस्
- सर्वज्वर
- सर्वतथागत
- सर्वतनु
- सर्वतनू
- सर्वतन्त्र
- सर्वतपोमय
- सर्वतमोनुद
- सर्वतर
- सर्वतस्
- सर्वता
- सर्वताति
- सर्वतापन
- सर्वतिक्ता
- सर्वतीक्ष्ण
- सर्वतीर्थ
- सर्वतूर्यनिनादिन्
- सर्वतेजस्
- सर्वत्याग
- सर्वत्रैष्टुभ
- सर्वत्व
- सर्वथा
- सर्वद
- सर्वदण्डधर
- सर्वदमन
- सर्वदर्शन
- सर्वदर्सिन्
- सर्वदा
- सर्वदातृ
- सर्वदान
- सर्वदास
- सर्वदाह
- सर्वदिग्विजय
- सर्वदिङ्मुखम्
- सर्वदुखक्षय
- सर्वदुष्टान्तकृत्
- सर्वदृश्
- सर्वदेव
- सर्वदेवत
- सर्वदेवत्य
- सर्वदेशवृत्तान्तसंग्रह
- सर्वदेशीय
- सर्वदेश्य
- सर्वदैवत्य
- सर्वद्रव्य
- सर्वद्रुह्टृ
- सर्वद्वारिक
- सर्वधन
- सर्वधनिन्
- सर्वधन्विन्
- सर्वधर
- सर्वधर्मन्
- सर्वधा
- सर्वधामन्
- सर्वधारिन्
- सर्वधारी
- सर्वध्न्रावह
- सर्वधुरीण
- सर्वनक्षत्रेष्टि
- सर्वनर
- सर्वनामन्
- सर्वनाश
- सर्वनाशिन्
- सर्वनिक्षेपा
- सर्वनिधन
- सर्वनियन्तृ
- सर्वनियोजक
- सर्वनिराकृति
- सर्वनिलय
- सर्वनिवरणविष्कम्भिन्
- सर्वंदद
- सर्वंदम
- सर्वंदमन
- सर्वपट्टमर
- सर्वपति
- सर्वपत्त्रीण
- सर्वपथ
- सर्वपथीन
- सर्वपद्
- सर्वपद
- सर्वपद्दति
- सर्वपरिफुल्ल
- सर्वपरुस्
- सर्वपरोक्ष
- सर्वपशु
- सर्वपा
- सर्वपाञ्चालक
- सर्वपात्रीण
- सर्वपाद
- सर्वपापरोगहरशतमानदान
- सर्वपापहर
- सर्वपारशव
- सर्वपार्श्वमुख
- सर्वपार्षद
- सर्वपालक
- सर्वपावन
- सर्वपुण्य
- सर्वपुरक्षेत्रमाहात्म्य
- सर्वपुराण
- सर्वपुराणसार
- सर्वपुराणार्थसंग्रह
- सर्वपुरुष
- सर्वपूर्
- सर्वपूजित
- सर्वपूत
- सर्वपूरक
- सर्वपूर्ण
- सर्वपूर्तिकरस्तव
- सर्वपूर्व
- सर्वपृथ्वीमय
- सर्वपृष्ठ
- सर्वप्रकार
- सर्वप्रत्यक्ष
- सर्वप्रत्ययमाला
- सर्वप्रथमम्
- सर्वप्रद
- सर्वप्रभु
- सर्वप्रयत्न
- सर्वप्राण
- सर्वप्राप्ति
- सर्वप्रायश्चित्त
- सर्वप्रायश्चित्ति
- सर्वप्रायश्चित्त्य
- सर्वप्रिय
- सर्वफलत्यागचतुर्दशी
- सर्वबन्धविमोचन
- सर्वबल
- सर्वबाहु
- सर्वबाह्य
- सर्वबीज
- सर्वबुद्ध्स्
- सर्वभक्ष
- सर्वभक्षिन्
- सर्वभक्ष्य
- सर्वभट्ट
- सर्वभयंकर
- सर्वभवारणि
- सर्वभवोत्तारण
- सर्वभाज्
- सर्वभाव
- सर्वभावन
- सर्वभास
- सर्वभुज्
- सर्वभूत
- सर्वभूमि
- सर्वभृत्
- सर्वभोगिन्
- सर्वभोगीण
- सर्वभोग्य
- सर्वभौम
- सर्वमङ्गल
- सर्वमण्डलसाधनी
- सर्वमनोरम
- सर्वमन्त्रशापविमोचन
- सर्वमन्त्रोत्कीलन
- सर्वमन्त्रोत्कीलनशापविमोचनस्तोत्र
- सर्वमन्त्रोपयुक्तपरिभाषा
- सर्वमय
- सर्वमलापगत
- सर्वमहत्
- सर्वमही
- सर्वमंसाद
- सर्वमागधक
- सर्वमातृ
- सर्वमात्रिकापुष्पाञ्जलि
- सर्वमात्रा
- सर्वमान्यचम्पू
- सर्वमाय
- सर्वमारमण्डलविध्वंसनकरी
- सर्वमारमणडलविध्वंनज्ञानमुद्रा
- सर्वमित्र
- सर्वमुख
- सर्वमूर्ति
- सर्वमूर्धन्य
- सर्वमूल्य
- सर्वमूषक
- सर्वमृत्य
- सर्वमेध
- सर्वमेध्य
- सर्वम्भरि
- सर्वयज्ञ
- सर्वयत्न
- सर्वयन्त्रिन्
- सर्वयमक
- सर्वयोगिन्
- सर्वयोनि
- सर्वयोषित्
- सर्वरक्षण
- सर्वरक्षित
- सर्वरक्षिन्
- सर्वरत्न
- सर्वरत्नक
- सर्वरथा
- सर्वरस
- सर्वराज्
- सर्वराजेन्द्र
- सर्वराज्य
- सर्वरात्र
- सर्वरास
- सर्वरुतकौशल्य
- सर्वरुतसम्ग्रहिणिलिपि
- सर्वरूप
- सर्वरूपिन्
- सर्वरोग
- सर्वरोधविरोधसम्प्रशमन
- सर्वरोहित
- सर्वर्तु
- सर्वर्तुक
- सर्वलक्षण
- सर्वलघु
- सर्वलालस
- सर्वलिङ्ग
- सर्वलिङ्गिन्
- सर्वलुण्टाक
- सर्वलोक
- सर्वलोकिन्
- सर्वलोचना
- सर्वलोह
- सर्वलोहित
- सर्वलौह
- सर्ववत्
- सर्ववनि
- सर्ववर्ण
- सर्ववर्णिका
- सर्ववर्णिन्
- सर्ववर्तिका
- सर्ववर्मन्
- सर्ववल्लभ
- सर्ववागीश्वरेश्वर
- सर्ववाङ्निधन
- सर्ववाङ्मय
- सर्ववातसह
- सर्ववादिन्
- सर्ववारम्
- सर्ववार्षिकपर्वन्
- सर्ववास
- सर्ववासक
- सर्ववासिन्
- सर्वविक्रयिन्
- सर्वविक्षेपता
- सर्वविख्यात
- सर्वविग्रह
- सर्वविज्ञान
- सर्वविज्ञानिन्
- सर्वविद्
- सर्वविद्य
- सर्वविनाश
- सर्वविन्द
- सर्वविभूति
- सर्वविश्रम्भिन्
- सर्वविश्व
- सर्वविषय
- सर्वविष्टुतिप्रयोग
- सर्वविहारीययन्त्र
- सर्ववीर
- सर्ववीर्य
- सर्ववृद्ध
- सर्ववेग
- सर्ववेत्तृ
- सर्ववेद
- सर्ववेदस्
- सर्ववेदस
- सर्ववेदसिन्
- सर्ववेदितृ
- सर्ववेदिन्
- सर्ववेषिन्
- सर्ववैदल्यसंग्रह
- सर्ववैनाशिक
- सर्वव्यापद्
- सर्वव्यापिन्
- सर्वव्यूहरतिस्वभावनयसंदर्शन
- सर्वव्रत
- सर्वशक्
- सर्वशक्ति
- सर्वशक्तिवत्
- सर्वशन्का
- सर्वशब्दग
- सर्वशरीर
- सर्वशरीर्यात्मन्
- सर्वशस्
- सर्वशस्त्रिन्
- सर्वशाकुन
- सर्वशान्ति
- सर्वशास
- सर्वशास्त्र
- सर्वशिष्य
- सर्वशीघ्र
- सर्वशुक्ल
- सर्वशुद्धवाल
- सर्वशुभंकर
- सर्वशून्य
- सर्वशूर
- सर्वशेष
- सर्वशैक्यायस
- सर्वशोकविनाशिन्
- सर्वश्राव्य
- सर्वश्रुतिपुराणसारसंग्रह
- सर्वश्रेष्ठ
- सर्वश्वेत
- सर्वसंश्लिष्ट
- सर्वसंसर्गलवण
- सर्वसंस्थ
- सर्वसंस्थान
- सर्वसंहार
- सर्वसंहारिन्
- सर्वसगुण
- सर्वसंगत
- सर्वसङ्गपरित्याग
- सर्वसङ्गा
- सर्वसंग्रह
- सर्वसंज्ञा
- सर्वसत्त्वत्रातृ
- सर्वसत्त्वपापजहन
- सर्वसत्त्वप्रियदर्शन
- सर्वसत्त्वौजोहारी
- सर्वसत्य
- सर्वसंनहन
- सर्वसंनहनार्थक
- सर्वसंनाह
- सर्वसमता
- सर्वसमर्पणस्तोत्र
- सर्वसमास
- सर्वसमाहर
- सर्वसमृद्ध
- सर्वसम्पत्ति
- सर्वसम्पद्
- सर्वसम्पन्न
- सर्वसम्पात
- सर्वसम्प्रदायाभेदसिद्धान्त
- सर्वसम्भव
- सर्वसम्मतशिक्षा
- सर्वसर
- सर्वसस्य
- सर्वसह
- सर्वसाक्षिन्
- सर्वसाद
- सर्वसाधन
- सर्वसाधारण
- सर्वसाधु
- सर्वसामान्य
- सर्वसाम्प्रत
- सर्वसाम्य
- सर्वसाम्राज्यमेधसहस्रनामन्
- सर्वसार
- सर्वसारङ्ग
- सर्वसाह
- सर्वसिद्धा
- सर्वसिद्धान्त
- सर्वसिद्धान्तसंग्रह
- सर्वसिद्धार्थ
- सर्वसिद्धि
- सर्वसुक्ककृत्
- सर्वसुखदुःखनिरभिनन्दिन्
- सर्वसुखाय
- सर्वसुरभि
- सर्वसुलभ
- सर्वसूक्त
- सर्वसूक्ष्म
- सर्वसूत्र
- सर्वसेन
- सर्वसैवर्ण
- सर्वस्त्यकृत्
- सर्वस्तोम
- सर्वस्थानगवाट
- सर्वस्मृत्
- सर्वस्मृति
- सर्वस्मृतिसंग्रह
- सर्वस्व
- सर्वस्वरलक्षण
- सर्वस्वरित
- सर्वस्वर्णमय
- सर्वस्वामिन्
- सर्वस्वाय
- सर्वस्वार
- सर्वस्विन्
- सर्वहत्या
- सर्वहर
- सर्वहरण
- सर्वहरि
- सर्वहर्षकर
- सर्वहायस्
- सर्वहार
- सर्वहारिन्
- सर्वहास्य
- सर्वहित
- सर्वहुत्
- सर्वहुत
- सर्वहुति
- सर्वहृद्
- सर्वहेममय
- सर्वहोम
-
39 अनुमतिः _anumatiḥ
अनुमतिः f.1 Permission, consent, approval, assent.-2 The 15th day of the moon's age on which she rises one digit less than full, when the gods and manes receive oblations with favour; personified as a god- dess or worshipped in the Rājasūya sacrifice (कलाहीन- चन्द्रवती शुक्लचतुर्दशीयुतपूर्णिमातिथिः); अनुमत्यै हविरष्टाकपालं पुरोडाशं निर्वपति Śat. Br.; Ms.3.86-87.-Comp. -प्रत्रम् a deed expressing assent. -
40 अन्तिक _antika
अन्तिक a. [अन्तः सामीप्यम् अस्यास्तीति मत्वथर्यिः ठन्; according to Nir. from आ-नी; अन्तिकं कस्मात् आनीतं भवति सन्निकृष्टत्वात्]1 Near, proximate (with gen. or abl. P. II.3.34). वैरमन्तिकमासाद्य यः प्रीतिं कर्तुमिच्छति । मृन्मयस्येव भग्नस्य यथा सन्धिर्न विद्यते ॥ Mb.12.139.69.-2 Reaching to the end of, reaching to; नासान्तिक Ms.2.46.-3 Lasting till, until; as far as, up to; षट्त्रिंशदाब्दिकं चर्यं गुरौ त्रैवेदिकं व्रतम् Ms.3.1; ग्रहणान्तिकम् Y.1.36.-कम् Near- ness, proximity, vicinity, presence; न त्यजन्ति ममान्तिकम् H. 1.43; oft. in comp.; ˚न्यस्त R.2.24;कर्ण-˚चरः Ś.1.23; सिंहासनान्तिकचरेण सहोपसर्पन् M.1.12 a servant in attend- ance upon the throne.-कः A class of two storeyed buildings; Māna.2.94.26-27. -adv. (with abl. or gen. or as last member of comp.) Near (to), in the vicinity; अन्तिकं ग्रामात् -ग्रामस्य वा Sk.; into the presence or proximity of; दूरस्थस्यैत्य चान्तिकम् Ms.2.197; प्रविष्टे पितुर- न्तिकम् Rām.; so जनान्तिकम्, मृगान्तिकम्; अन्तिकेन near (with gen.) अन्तिकेन ग्रामस्य P.II.3.35; अन्तिकात् near, closely, within the presence of; from the proximity of, from near, from (abl. or gen. or acc.); ˚कादागतः P.VI.2.49; रजःकणैःस्पृशद्भिर्गात्रमन्तिकात् Rām.; क्रीणीयाद्यस्त्वपत्यार्थं मातापित्रोर्यमन्तिकात् Ms.9.174 from; so नैव प्रवृत्तिं शृणुमस्तयोः कस्यचिदन्तिकाम् Rām.; अन्तिके near, closely, in the presence of or proximity of; दूरस्थं चान्तिके च तत् Bg.13.15; दमयन्त्यास्तदान्तिके निपेतुः Nala. 1.22; ˚के स्त्रियाः Ms.2.22.-Comp. -आश्रयः resorting to what is near, contiguous support (that given by a tree to a creeper).
См. также в других словарях:
Chakravartin — (चक्रवर्तिन् cakravartin, Pali Cakkavatti), is a term used in Indian religions for an ideal universal ruler, who rules ethically and benevolently over the entire world. Such a ruler s reign is called sarvabhauma. It is a bahuvrīhi, literally… … Wikipedia
Glossary of terms in Hinduism — The following is a glossary of terms and concepts in Hinduism. The list consists of concepts that are derived from both Hinduism and Hindu tradition, which are expressed as words in Sanskrit as well as other languages of India. The main purpose… … Wikipedia
Ashwapati — or Aśwapati (अश्वपति) is the appellation of many kings in Hindu mythology. It means Lord of horses. References*Dowson s Classical Dictionary of Hindu Mythology *Buck s Ramayana … Wikipedia
Glossary of Hinduism terms — An article related to Hinduism … Wikipedia
a-pūrvá-pati — अपूर्वपति … Indonesian dictionary
á-svapat — अस्वपत् … Indonesian dictionary
adhva-pati — अध्वपति … Indonesian dictionary
áṡva-pati — अश्वपति … Indonesian dictionary
āṡvapata — आश्वपत … Indonesian dictionary
bahv-apatya — बह्वपत्य … Indonesian dictionary
bhúva-pati — भुवपति … Indonesian dictionary