-
61 समुद्गकः _samudgakḥ
समुद्गकः 1 A covered box or casket; तेन च कुपितेन हृतं तच्चर्मरत्नमाभरणसमुद्गकश्च तस्याः Dk.2.2;2.3; Ś.4.-2 A kind of artificial stanza, the two halves of which exactly correspond in sound, though different in meaning; e. g. स्यन्दना नो चतुरगाः सुरेभा वाविपत्तयः । स्यन्दना नो च तुरगाः सुरेभावा विपत्तयः ॥ Ki.15.16. -
62 स्तन्यम् _stanyam
स्तन्यम् [स्तने भवं यत्] Mother's milk, milk; स्मरति न भवान् पीतं स्तन्यं विभज्य सहामुना Ve.5.41; पिब स्तन्यं पोत Bv. 1.6.-Comp. -त्यागः leaving off the mother's milk, weaning; स्तन्यत्यागात् प्रभृति सुमुखा दन्तपाञ्चालिकेव Māl.1.5; स्तन्यत्यागं यावत् पुत्रयोरवेक्षस्व U.7.-द a. producing (good) milk.-प a. suckling. -
63 अध्यात्म
adhy-ātman. the Supreme Spirit;
(mfn.), own, belonging to self;
(ám) ind. concerning self orᅠ individual personality
- अध्यात्मचेतस्
- अध्यात्मज्ञान
- अध्यात्मदृश्
- अध्यात्मरति
- अध्यात्मरामायण
- अध्यात्मविद्
- अध्यात्मविद्या
- अध्यात्मशास्त्र
- अध्यात्मोत्तरकाण्ड
-
64 आत्म
ātma(in comp. for ātmán;
alsoᅠ rarely ifc. e.g.. adhy-ātma, adhy-ātmám)
- आत्मकर्मन्
- आत्मकाम
- आत्मकामेय
- आत्मकार्य
- आत्मकृत
- आत्मक्रीड
- आत्मगत
- आत्मगति
- आत्मगुण
- आत्मगुप्ता
- आत्मगुप्ति
- आत्मग्राहिन्
- आत्मघात
- आत्मघातक
- आत्मघातिन्
- आत्मघोष
- आत्मचतुर्थ
- आत्मच्छन्दतीर्थ
- आत्मज
- आत्मजन्मन्
- आत्मज्ञ
- आत्मज्ञान
- आत्मज्योतिस्
- आत्मतत्त्व
- आत्मतन्त्र
- आत्मत
- आत्मतृप्त
- आत्मत्याग
- आत्मत्यागिन्
- आत्मत्राण
- आत्मत्व
- आत्मदक्षिण
- आत्मदर्श
- आत्मदर्शन
- आत्मदा
- आत्मदान
- आत्मदूषि
- आत्मदेवता
- आत्मद्रोहिन्
- आत्मनित्य
- आत्मनिन्दा
- आत्मनिवेदन
- आत्मनिष्क्रयण
- आत्मप
- आत्मपक्ष
- आत्मपञ्चम
- आत्मपराजित
- आत्मपरित्याग
- आत्मपात
- आत्मपूजा
- आत्मप्रकाश
- आत्मप्रतिकृति
- आत्मप्रबोध
- आत्मप्रभ
- आत्मप्रयोजन
- आत्मप्रवाद
- आत्मप्रशंसक
- आत्मप्रशंसा
- आत्मप्रशंसिन्
- आत्मप्रीति
- आत्मबन्धु
- आत्मबुद्धि
- आत्मबोध
- आत्मभव
- आत्मभवायन
- आत्मभाव
- आत्मभू
- आत्मभूत
- आत्मभूय
- आत्ममय
- आत्ममान
- आत्ममूर्ति
- आत्ममूली
- आत्मम्भरि
- आत्मयाजिन्
- आत्मयोग
- आत्मयोनि
- आत्मरक्षक
- आत्मरक्षण
- आत्मरक्षा
- आत्मरति
- आत्मरुह
- आत्मलाभ
- आत्मवञ्चक
- आत्मवञ्चना
- आत्मवत्
- आत्मवध
- आत्मवध्या
- आत्मवश
- आत्मविक्रय
- आत्मविद्
- आत्मविद्या
- आत्मविधित्सा
- आत्मविवृद्धि
- आत्मवीर
- आत्मवृत्तान्त
- आत्मवृत्ति
- आत्मवृद्धि
- आत्मशक्ति
- आत्मशल्या
- आत्मशुद्धि
- आत्मश्लाघ
- आत्मश्लाघिन्
- आत्मसंयम
- आत्मसंस्थ
- आत्मसद्
- आत्मसनि
- आत्मसंतान
- आत्मसंदेह
- आत्मसम
- आत्मसमर्पण
- आत्मसम्भव
- आत्मसम्भावना
- आत्मसम्मित
- आत्मसाचिन्
- आत्मसात्
- आत्मसुख
- आत्मस्तव
- आत्मस्तुति
- आत्मस्परण
- आत्महत्या
- आत्महन्
- आत्महनन
- आत्महित
- आत्महितायन
- आत्मादिष्ट
- आत्माधिक
- आत्माधीन
- आत्मानन्द
- आत्मानपेक्ष
- आत्मापराध
- आत्मापहार
- आत्मापहारिन्
- आत्माभिमानिता
- आत्माभिलाष
- आत्मामिष
- आत्माराम
- आत्मार्थम्
- आत्मार्थे
- आत्माशिन्
- आत्माश्रय
- आत्मेश्वर
- आत्मोदय
- आत्मोद्भव
- आत्मोपजीविन्
- आत्मोपनिषद्
- आत्मोपम
- आत्मौपम्य
-
65 कर्म
karma
- कर्मकर
- कर्मकरीभाव
- कर्मकर्तृ
- कर्मकाण्ड
- कर्मकार
- कर्मकारक
- कर्मकारापय
- कर्मकारिन्
- कर्मकार्मुक
- कर्मकाल
- कर्मकीलक
- कर्मकृत्
- कर्मकृतवत्
- कर्मकृत्य
- कर्मकौमुदी
- कर्मक्रियाकाण्ड
- कर्मक्षम
- कर्मक्षय
- कर्मक्षेत्र
- कर्मगति
- कर्मगुप्त
- कर्मग्रन्थ
- कर्मग्रन्थिप्रथमविचार
- कर्मघात
- कर्मचण्डाल
- कर्मचन्द्र
- कर्मचारिन्
- कर्मचित्
- कर्मचेष्टा
- कर्मचोदना
- कर्मज
- कर्मगुण
- कर्मजित्
- कर्मज्ञ
- कर्मतत्त्वप्रदीपिका
- कर्मता
- कर्मत्व
- कर्मत्याग
- कर्मदीप
- कर्मदुष्ट
- कर्मदेव
- कर्मदोष
- कर्मधारय
- कर्मध्वंस
- कर्मनामन्
- कर्मनाशा
- कर्मनिबन्ध
- कर्मनिर्णय
- कर्मनिर्हार
- कर्मनिष्ठ
- कर्मन्यास
- कर्मपथ
- कर्मपद्धति
- कर्मपाक
- कर्मपारदा
- कर्मप्रकाश
- कर्मप्रकाशिका
- कर्मप्रकाशिनी
- कर्मप्रदीप
- कर्मप्रदीपिका
- कर्मप्रवचनीय
- कर्मप्रवाद
- कर्मफल
- कर्मबन्ध
- कर्मबन्धन
- कर्मबाहुल्य
- कर्मबीज
- कर्मबुद्धि
- कर्मभू
- कर्मभूमि
- कर्मभूय
- कर्मभेदविचार
- कर्ममय
- कर्ममार्ग
- कर्ममास
- कर्ममीमांसा
- कर्ममूल
- कर्मयुग
- कर्मयोग
- कर्मयोनि
- कर्मरङ्ग
- कर्मरत्नावली
- कर्मर्घ
- कर्मलोचन
- कर्मवचन
- कर्मवज्र
- कर्मवत्
- कर्मवश
- कर्मवशिता
- कर्मवाटी
- कर्मविघ्न
- कर्मविधि
- कर्मविपर्यय
- कर्मविपाक
- कर्मविरोधिन्
- कर्मविशेष
- कर्मव्यतिहार
- कर्मशतक
- कर्मशल्य
- कर्मशाला
- कर्मशाली
- कर्मशील
- कर्मशूर
- कर्मशौच
- कर्मश्रेष्ठ
- कर्मसंवत्सर
- कर्मसंग्रह
- कर्मसचिव
- कर्मसंन्यासिक
- कर्मसमाप्त
- कर्मसंभव
- कर्मसाक्षिन्
- कर्मसाधक
- कर्मसाधन
- कर्मसारथि
- कर्मसिद्धि
- कर्मसेन
- कर्मसेनीय
- कर्मस्तव
- कर्मस्थ
- कर्मस्थान
- कर्महस्त
- कर्महीन
- कर्महेतु
- कर्माक्षम
- कर्माङ्ग
- कर्माजीव
- कर्मात्मन्
- कर्मादित्य
- कर्माधिकार
- कर्माध्यक्ष
- कर्मानुबन्ध
- कर्मानुबन्धिन्
- कर्मानुरूप
- कर्मानुष्ठान
- कर्मानुष्ठायिन्
- कर्मानुसार
- कर्मान्त
- कर्मान्तर
- कर्मान्तिक
- कर्माभिधायक
- कर्माभिधायिन्
- कर्मारम्भ
- कर्मार्ह
- कर्माशय
- कर्माश्रितभक्त
- कर्मेन्द्रिय
- कर्मोदार
- कर्मोद्युक्त
- कर्मोद्योग
- कर्मोपकरण
-
66 काम
kā́mam. (fr. 2. kam;
once kāmá VS. XX, 60),
wish, desire, longing ( kāmomebhuñjītabhavān,
my wish is that you should eat Pāṇ. 3-3, 153), desire for, longing after (gen. dat., orᅠ loc.), love, affection, object of desire orᅠ of love orᅠ of pleasure RV. VS. TS. AV. ṠBr. MBh. R. etc.. ;
pleasure, enjoyment;
love, especially sexual love orᅠ sensuality;
Love orᅠ Desire personified AV. IX; XII; XIX ;
(cf. RV. X, 129, 4) VS. PārGṛ. ;
N. of the god of love AV. III. 25, 1 MBh. Lalit. ;
(represented as son of Dharma andᅠ husband of Rati MBh. I, 2596 ff. Hariv. VP. ;
orᅠ as a son of Brahmā. VP. ;
orᅠ sometimes of Saṃkalpa BhP. VI, 6, 10 ;
cf. kāma-deva);
N. of Agni SV. II, 8, 2, 19, 3 AV. TS. KātyṠr. ṠāṇkhṠr. ;
of Vishṇu Gal.;
of Baladeva (cf. kāma-pāla) L. ;
a stake in gambling Nār. XVI, 9 ;
a species of mango tree (= mahā-rāja-cūta) L. ;
N. of a metre consisting of four lines of two long syllables each;
a kind of bean L. ;
a particular form of temple Hcat. ;
N. of several men;
(ā) f. « wish, desire» (only instr. kāmayā q.v.);
N. of a daughter of Pṛithuṡravas andᅠ wife of Ayuta-nāyin MBh. I, 3774 ;
(am) n. object of desire L. ;
semen virile L. ;
N. of a Tīrtha MBh. III, 5047 ;
(am) ind. seeᅠ s.v.;
( ena) ind. out of affection orᅠ love for;
( āya, orᅠ e) ind. according to desire, agreeably to the wishes of, out of love for (gen. orᅠ dat.) RV. AV. TS. ṠBr. ChUp. ;
(āt) ind. for one's own pleasure, of one's own free will, of one's own accord, willingly, intentionally Mn. R. ;
( kāmá) mfn. wishing, desiring RV. IX, 113, 11 ;
(ifc.) desirous of, desiring, having a desire orᅠ intention (cf. go-k-, dharma-k-;
frequently with inf. in tu cf. tyaktu-k-.)
- कामकन्दला
- कामकर्शन
- कामकला
- कामकलिका
- कामकाकुरव
- कामकाति
- कामकान्ता
- कामकाम
- कामकामिन्
- कामकार
- कामकुण्ड
- कामकूट
- कामकृत
- कामकॢप्ति
- कामकेलि
- कामकोष्णी
- कामक्रीडा
- कामखड्गदला
- कामग
- कामगति
- कामगम
- कामगवी
- कामगामिन्
- कामगिरि
- कामगुण
- कामगो
- कामंगामिन्
- कामचक्र
- कामचन्द्र
- कामचर
- कामचरण
- कामचार
- कामचारिन्
- कामचालन
- कामज
- कामजननी
- कामजनि
- कामजान
- कामजाल
- कामजित्
- कामज्येष्ठ
- कामतन्त्र
- कामतरु
- कामतस्
- कामताल
- कामतीर्थ
- कामद
- कामदत्ता
- कामदत्तिका
- कामदन्तिका
- कामदमिनी
- कामदर्शन
- कामदहन
- कामदान
- कामदुघ
- कामदुह्
- कामदुह
- कामदूतिका
- कामदूती
- कामदेव
- कामदोहना
- कामदोहिनी
- कामधर
- कामधरण
- कामधर्म
- कामधातु
- कामधेनु
- कामध्वंसिन्
- कामनाशक
- कामनीडा
- कामंधमिन्
- कामपति
- कामपत्नी
- कामपर्णिका
- कामपर्णी
- कामपाल
- कामपालक
- कामपीडित
- कामपूर
- कामप्र
- कामप्रद
- कामप्रदीप
- कामप्रश्न
- कामप्रस्थ
- कामप्रस्थीय
- कामप्रि
- कामप्रियकरी
- कामफल
- कामबद्ध
- कामबल
- कामबाण
- कामबिन्दु
- कामभक्ष
- कामभाज्
- कामभोग
- काममञ्जरी
- काममय
- काममर्दन
- काममह
- काममालिन्
- काममूढ
- काममूत
- काममोह
- काममोहित
- कामरत्न
- कामरस
- कामरसिक
- कामराज
- कामरूप
- कामरूपिन्
- कामरूपीयनिबन्ध
- कामरेखा
- कामलता
- कामलेखा
- कामलोल
- कामवत्
- कामवत्स
- कामवर
- कामवर्षिन्
- कामवल्लभ
- कामवश
- कामवश्य
- कामवसति
- कामवाद
- कामवासिन्
- कामविद्ध
- कामविवर्जित
- कामविहन्तृ
- कामवीर्य
- कामवृक्ष
- कामवृत्त
- कामवृद्धि
- कामवृन्ता
- कामवेरणि
- कामवेरणीय
- कामव्याहारिन्
- कामशर
- कामशल्य
- कामशासन
- कामशास्त्र
- कामशैल
- कामसंयोग
- कामसख
- कामसंकल्प
- कामसनि
- कामसमूह
- कामसुत
- कामसू
- कामसूक्त
- कामसूत्र
- कामसेन
- कामहानि
- कामहैतुक
- कामाक्षा
- कामाक्षी
- कामाकुय
- कामाग्नि
- कामाङ्कुश
- कामाङ्ग
- कामातुर
- कामात्मन्
- कामाधिकार
- कामाधिष्ठित
- कामानल
- कामान्ध
- कामान्निन्
- कामाभिकाम
- कामाभिवर्षण
- कामायुध
- कामायुस्
- कामारण्य
- कामारि
- कामार्त
- कामार्थिन्
- कामावचर
- कामावतार
- कामावसाय
- कामावसायितृ
- कामावसायिन्
- कामाशन
- कामाशय
- कामाशोक
- कामाश्रम
- कामासक्त
- कामासक्ति
- कामेप्सु
- कामेश्वर
- कामेष्ट
- कामोत्थाप्य
- कामोद
- कामोदक
- कामोन्मत्त
- कामोन्मादिनी
- कामोपहत
-
67 कृत्रिम
kṛitrímamf (ā)n. made artificially, factitious, artificial, not naturally orᅠ spontaneously produced RV. AV. etc.;
falsified Yājñ. II, 247 Kathās. ;
not natural, adopted (as a son) Mn. Yājñ. II, 131 MBh. Kathās. ;
assumed, simulated;
not necessarily connected with the nature of anything, adventitious Pañcat. ;
m. incense, olibanum L. ;
an adopted son L. ;
(am) n. a kind of salt (the common Bit Noben, orᅠ Bit Lavan < viḍ-lavaṇa>, obtained by cooking) L. ;
a kind of perfume (= javadi) L. ;
sulphate of copper (used as a collyrium) L. ;
(ā) f. a channel Gal
- कृत्रिमता
- कृत्रिमत्व
- कृत्रिमधूप
- कृत्रिमधूपक
- कृत्रिमपुत्र
- कृत्रिमपुत्रक
- कृत्रिमभूमि
- कृत्रिममित्र
- कृत्रिमरत्न
- कृत्रिमवन
- कृत्रिमशत्रु
- कृत्रिमारि
- कृत्रिमार्ति
- कृत्रिमोदासीन
-
68 चर्म
carma
n. a shield L. Sch. ;
- चर्मकरण
- चर्मकर्त
- चर्मकशा
- चर्मकार
- चर्मकारक
- चर्मकारिन्
- चर्मकार्य
- चर्मकाष्ठमय
- चर्मकाष्ठिका
- चर्मकील
- चर्मकूप
- चर्मकृत्
- चर्मखण्ड
- चर्मखण्डिक
- चर्मगोणी
- चर्मग्रीव
- चर्मघटिका
- चर्मचटक
- चर्मचटिका
- चर्मचटी
- चर्मचित्रक
- चर्मचेल
- चर्मज
- चर्मतरंग
- चर्मतिल
- चर्मदण्ड
- चर्मदल
- चर्मदूषिका
- चर्मद्रुम
- चर्मनासिका
- चर्मपट्ट
- चर्मपट्टिका
- चर्मपत्त्रा
- चर्मपादुका
- चर्मपुट
- चर्मपुटक
- चर्मपूरम्
- चर्मप्रभेदिका
- चर्मप्रसेवक
- चर्मप्रसेविका
- चर्मबन्ध
- चर्मबन्धन
- चर्मभस्त्रिका
- चर्ममण्डल
- चर्ममय
- चर्ममुण्डा
- चर्मम्न
- चर्मयष्टि
- चर्मरङ्ग
- चर्मरत्न
- चर्मवंश
- चर्मवत्
- चर्मवसन
- चर्मवाद्य
- चर्मवृक्ष
- चर्मव्रण
- चर्मशिल्पिन्
- चर्मसमुद्भव
- चर्मसम्भवा
- चर्मसार
- चर्मसाह्वा
- चर्महन्त्री
-
69 द्रुम
drumam. a tree MBh. Kāv. etc. (sometimes alsoᅠ any plant;
according to some esp. a tree of Indra's paradise = pārijāta);
N. of a prince of the Kim-purushas MBh. Hariv. ;
of a son of Kṛishṇa andᅠ Ruhmiṇi Hariv. ;
(ā) f. N. of a river, VP. ;
- द्रुमकिंनरप्रभ
- द्रुमकिंनरराज
- द्रुमकुल्य
- द्रुमखण्ड
- द्रुमद
- द्रुमनख
- द्रुममय
- द्रुमरत्नशाखाप्रभ
- द्रुमवत्
- द्रुमवाल्क
- द्रुमवासिन्
- द्रुमव्याधि
- द्रुमशीर्ष
- द्रुमश्रेष्ठ
- द्रुमषण्ड
- द्रुमसेन
-
70 भीष्म
bhīshmámfn. terrible, dreadful ṠBr. etc. etc.;
m. (scil. rasa) = bhīshaṇa MW. ;
death Nyāyas. Sch. ;
N. of Ṡiva L. ;
a Rākshasa L. ;
N. of a son of Sāṃtanu andᅠ Gaṇgā (in the great war of the Bharatas he took the side of the sons of Dhṛitarāshṭra against the sons of Pāṇḍu, andᅠ was renowned for his continence, wisdom, bravery, andᅠ fidelity to his word cf. IW. 375 and RTL. 561-564) MBh. Hariv. Pur. ;
pl. the race orᅠ followers of Bhīshma MBh. ;
n. horror, horribleness W. ;
- भीष्मगर्जितघोषस्वरराज
- भीष्मजननी
- भीष्मपञ्चक
- भीष्मपञ्जरस्तोत्र
- भीष्मपर्वन्
- भीष्ममिश्र
- भीष्ममुक्तिप्रदायक
- भीष्मरत्नपरिक्षा
- भीष्मसू
- भीष्मस्तवराज
- भीष्मस्तुति
- भीष्मस्वरराज
-
71 भौम
bhaumámf (ī)n. relating orᅠ dedicated to the earth, produced orᅠ coming from the earth, earthly, terrestrial VS. etc. etc. (with naraka m. = hell on earth MBh. ;
with brahman n. = the Veda ib.);
consisting orᅠ made of earth, earthy PañcavBr. KātyṠr. MBh. etc.;
coming from the land (as revenue etc.) L. ;
(fr. bhauma, the planet Mars) relating to the planet Mars orᅠ to his day, falling on Tuesday Vet. ;
m. a red-flowering Punar-navā L. ;
= ambara L. ;
N. of the 27th Muhūrta L. ;
metron. of a partic. earth-deity GṛS. ;
of Atri. RAnukr. ;
of the Daitya Naraka MBh. ;
of the planet Mars (whose day is Tuesday) ib. Var. Pur. etc.. ;
m. orᅠ n. N. of AV. XII, 1 ;
(ī) f. « produced from the earth»
N. of Sitā L. ;
n. dust of the earth (pl.) MBh. ;
corn, grain Āpast. ;
(only ifc.) floor, story MBh. R. ;
- भौमचार
- भौमदर्शनचार
- भौमदेवलिपि
- भौमपूजा
- भौमपूजाविधि
- भौमरत्न
- भौमवार
- भौमव्रत
- भौमसान्ति
- भौमसंहिता
- भौमसूक्त
- भौमस्तोत्र
-
72 राम
rāmamf (ā́)n. (prob. « causing rest», andᅠ in most meanings fr. ram) dark, dark-coloured, black (cf. rātri) AV. TĀr. ( rāmaḥṡakuniḥ. a black bird, crow KāṭhGṛ. Vishṇ.);
white (?) L. ;
pleasing, pleasant, charming, lovely, beautiful MBh. Kāv. etc.;
m. a kind of deer Car. ;
a horse L. ;
a lover VarBṛS. ;
pleasure, joy, delight BhP. ;
N. of Varuṇa. L. ;
N. of various mythical personages (in Veda two Rāmas are mentioned with the patr. Mārgaveya andᅠ Aupatasvini;
another Rāmas with the patr. Jāmadagnya <cf. below> is the supposed author of RV. X, 110 ;
in later times three Rāmas are celebrated, viz.
1. Paraṡu-rāma <q.v.>, who forms the 6th Avatāra of Vishṇu andᅠ is sometimes called Jāmadagnya, as son of the sage Jamad-agni by Reṇukā, andᅠ sometimes Bhārgava, as descended from Bhṛigu;
2. Rāma-candra < seeᅠ below>;
3. Bala-rāma <q.v.>, « the strong Rāma», alsoᅠ called Halâyudha andᅠ regarded as elder brother of Kṛishṇa RTL. 112 accord. toᅠ Jainas a Rāma is enumerated among the 9 white Balas;
andᅠ in VP. a Rāmas is mentioned among the 7 Ṛishis of the 8th Manv-antara) RV. etc. etc. N. of a king of Malla-pura Cat. ;
of a king of Ṡṛiṇga-vera andᅠ patron of Nāgêṡa ib. ;
of various authors andᅠ teachers ( alsoᅠ with ācārya, upâ̱dhyāya, kavi, cakra-vartin, jyotir-vid, jyau- tishaka, tarka-vāg-īṡa, dīkshita, daiva-jña, paṇḍita, bhaṭṭa, bhaṭṭâ̱cārya, vājapeyin, ṡarman, ṡāstrin, saṉyamin, sūri etc.) Cat. ;
N. of the number « three» (on account of the 3 Rāmas) Hcat. ( rāmasyaishuḥ, a kind of cane = rāmakaṇḍa L.);
pl. N. of a people VP. ;
(ā́) f. a beautiful woman, any young andᅠ charming woman, mistress, wife, any woman KaṭhUp. MBh. etc.;
a dark woman i.e. a woman of low origin TS. TĀr. ;
N. of various plants (Jonesia Asoka;
Aloe Perfoliata;
Asa Foetida etc.) L. vermilion L. ;
red earth L. ;
a kind of pigment (= gorocanā) L. ;
a river L. ;
a kind of metre L. ;
(in music) a kind of measure Saṃgīt. ;
N. of an Apsaras L. Sch. ;
of a daughter of Kumbhâṇḍa Hariv. ;
of the mother of the ninth Arhat of the present Ava-sarpiṇī L. ;
(ī́) f. darkness, night RV. ;
n. id. ib. ;
the leaf of Laurus Cassia L. ;
Chenopodium Album L. ;
= kushṭha L. ;
- रामऋषि
- रामकण्ठ
- रामकथा
- रामकरी
- रामकर्णामृत
- रामकर्पूर
- रामकर्पूरक
- रामकल्प
- रामकवच
- रामकाण्ड
- रामकान्त
- रामकाव्य
- रामकिंकर
- रामकिरी
- रामकिल्बिष
- रामकिशोर
- रामकीरी
- रामकीर्तिमुकुन्दमाला
- रामकुतूल्हल
- रामकुमार
- रामकृत्
- रामकृष्ण
- रामकेली
- रामकेशवतीर्थ
- रामकौतुक
- रामकौतूहल
- रामक्री
- रामक्षेत्र
- रामगङ्गा
- रामगायत्री
- रामगिरि
- रामगीतगोविन्द
- रामगीता
- रामगुणाकर
- रामगोपाल
- रामगोविन्द
- रामग्राम
- रामचक्र
- रामचन्द्र
- रामचर
- रामचरण
- रामचरित
- रामच्छर्दनक
- रामज
- रामजननी
- रामजन्मन्
- रामजयन्तीपूजा
- रामजातक
- रामजातकमहायन्त्र
- रामजित्
- रामजीवन
- रामतत्त्वप्रकाश
- रामतत्त्वभास्कर
- रामतन्त्र
- रामतपन
- रामतरणी
- रामतरुणी
- रामतापनी
- रामतापनीय
- रामतापनोपनिषद्
- रामतापिनी
- रामतारकब्रह्मोपनिषद्
- रामतारकमन्त्रटीका
- रामतीर्थ
- रामतोषण
- रामत्रयोदशाक्षरी
- रामत्रिंशन्नामस्तोत्र
- रामत्रैलोक्यमोहनकवच
- रामत्व
- रामदण्डक
- रामदत्त
- रामदया
- रामदयालु
- रामदर्शनादितस्
- रामदास
- रामदुर्ग
- रामदूत
- रामदेव
- रामद्वादशनामस्तोत्र
- रामद्वादशी
- रामधर
- रामध्यान
- रामनगर
- रामनवमी
- रामनवरत्नसार
- रामनाटक
- रामनाथ
- रामनाम
- रामनारायण
- रामनिधि
- रामनिबन्ध
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- रामपञ्चदशीकल्पलतिका
- रामपञ्चाङ्ग
- रामपटल
- रामपट्टाभिषेक
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- रामबाहुशतक
- रामब्रह्मानन्दस्वामिन्
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- रामसहस्रनामन्
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- रामसुब्रह्मण्य
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- रामसेतु
- रामसेन
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- रामसेवक
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- रामस्तुति
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- रामस्वामिन्
- रामहरि
- रामहृदय
- रामह्रद
-
73 विष्णु
víshṇum. (prob. fr. vish, « All-pervader» orᅠ « Worker») N. of one of the principal Hindū deities (in the later mythology regarded as « the preserver», andᅠ with Brahmā. « the creator» andᅠ Ṡiva « the destroyer», constituting the well-known Tri-mūrti orᅠ triad;
although Vishṇu comes second in the triad he is identified with the supreme deity by his worshippers;
in the Vedic period, however, he is not placed in the foremost rank, although he is frequently invoked with other gods <esp. with Indra whom he assists in killing Vṛitra andᅠ with whom he drinks the Soma juice;
cf. his later names Indrânuja andᅠ Upêndra>;
as distinguished from the other Vedic deities, he is a personification of the light andᅠ of the sun, esp. in his striding over the heavens, which he is said to do in three paces
< seeᅠ tri-vikrama andᅠ cf. bali, vāmana>, explained as denoting the threefold manifestations of light in the form of fire, lightning, andᅠ the sun, orᅠ as designating the three daily stations of the sun in his rising, culminating, andᅠ setting;
Vishṇu does not appear to have been included at first among the Ādityas <q.v.>, although in later times he is accorded the foremost place among them;
in the Brāhmaṇas he is identified with sacrifice, andᅠ in one described as a dwarf;
in the Mahā-bhārata andᅠ Rāmayaṇa he rises to the supremacy which in some places he now enjoys as the most popular deity of modern Hindū worship;
the great rivalry between him andᅠ Ṡiva <cf. vaishṇava andᅠ ṡaiva> is not fully developed till the period of the Purāṇas:
the distinguishing feature in the character of the Post-vedic Vishṇu is his condescending to become incarnate in a portion of his essence on ten principal occasions, to deliver mankind from certain great dangers <cf. avatāra andᅠ IW. 327 >;
some of the Purāṇas make 22 incarnations, orᅠ even 24, instead of 10;
the Vaishṇavas regard Vishṇu as the supreme being, andᅠ often identify him with Nārāyaṇa, the personified Purusha orᅠ primeval living spirit <described as moving on the waters, reclining on Ṡesha, the serpent of infinity, while the god Brahmā. emerges from a lotus growing from his navel;
cf. Manu I, 10 >;
the wives of Vishṇu are Aditi andᅠ Sinīvālī, later Lakshmī orᅠ Ṡrī andᅠ even Sarasvatī;
his son is Kāma-deva, god of love, andᅠ his paradise is called Vaikuṇṭha;
he is usually represented with a peculiar mark on his breast called Ṡrī-vatsa, andᅠ as holding a ṡaṅkha, orᅠ conch-shell called Pāñcajanya, a cakra orᅠ quoit-like missile-weapon called Su-darṡana, a gadā orᅠ club called Kaumodakī andᅠ a padma orᅠ lotus;
he has alsoᅠ a bow called Ṡārṇga, andᅠ a sword called Nandaka;
his vāhana orᅠ vehicle is Garuḍa q.v.;
he has a jewel on his wrist called Syamantaka, another on his breast called Kaustubha, andᅠ the river Ganges is said to issue from his foot;
the demons slain by him in his character of « preserver from evil»,
orᅠ by Kṛishṇa as identified with him, are Madhu, Dhenuka, Cāṇūra, Yamala, andᅠ Arjuna < seeᅠ yamalâ̱rjuna>, Kāla-nemi, Haya-grīva, Ṡakaṭa, Arishṭa, Kaiṭabha, Kaṇsa, Keṡin, Mura, Ṡālva, Mainda, Dvi-vida, Rāhu, Hiraṇya-kaṡipu, Bāṇa, Kāliya, Naraka, Bali;
he is worshipped under a thousand names, which are all enumerated in MBh. XIII, 6950-7056 ;
he is sometimes regarded as the divinity of the lunar mansion called Ṡravaṇa) RV. etc. etc. (cf. RTL. 44 IW. 324);
N. of the month Caitra VarBṛS. ;
(with prājāpatya) of the author of RV. X, 84 ;
of a son of Manu Sāvarṇa andᅠ Bhautya MārkP. ;
of the writer of a law-book Yājñ. ;
of the father of the 11th Arhat of the present Avasarpiṇi L. ;
( alsoᅠ with gaṇaka, kavi, daivajña, paṇḍita, bhaṭṭa, miṡra, yatî ̱ndra, vājapeyin, ṡāstrin etc.) of various authors andᅠ others Inscr. Cat. ;
= agni L. ;
= vasu-devatā L. ;
= ṡuddha L. ;
f. N. of the mother of the 11th Arhat of the present Avasarpiṇi L. ;
n. pl. (in a formula) ĀpṠr. ;
( vishṇor with apamarṇam, ājya-doham, vratam;
<oḥ> sāma, svarīyaḥ N. of Sāmans;
with shoḍaṡa-nāma-stotram, anusmṛitiḥ, ashṭāviṉṡati-nāma-stotram, andᅠ mahā-stutiḥ N. of wks.)
- विष्णुऋक्ष
- विष्णुकन्द
- विष्णुकरण
- विष्णुकवच
- विष्णुकाञ्ची
- विष्णुकान्ती
- विष्णुकान्तीतीर्थ
- विष्णुकुतूहल
- विष्णुकोशल
- विष्णुक्रम
- विष्णुक्रमीय
- विष्णुक्रान्त
- विष्णुक्रान्ति
- विष्णुक्षेत्र
- विष्णुगङ्गा
- विष्णुगाथा
- विष्णुगायत्री
- विष्णुगुप्त
- विष्णुगुप्तक
- विष्णुगूढ
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- विष्णुगोपवर्मन्
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- विष्णुतुल्यपराक्रम
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- विष्णुदैवत्य
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- विष्णुध्यानस्तोत्रादि
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- विष्णुपुर्
- विष्णुपुर
- विष्णुपुराण
- विष्णुपुराणक
- विष्णुपूजन
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- विष्णुप्रतिष्ठापद्धति
- विष्णुप्रिया
- विष्णुप्रीति
- विष्णुब्रह्ममहेश्वरदानप्रयोग
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- विष्णुभक्त
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- विष्णुमित्र
- विष्णुमुख
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- विष्णुयशस्
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- विष्णुयागप्रयोग
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- विष्णुयामलतन्त्र
- विष्णुयामिल
- विष्णुरथ
- विष्णुरहस्य
- विष्णुराज
- विष्णुरात
- विष्णुराम
- विष्णुरामसिद्धान्तवागीश
- विष्णुलहरी
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- विष्णुवत्
- विष्णुवर्णनध्यानादि
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- विष्णुवाह्य
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- विष्णुविजय
- विष्णुवृद्ध
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- विष्णुशतनामस्तोत्र
- विष्णुशयनबोधदिन
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- विष्णुश्राद्ध
- विष्णुश्राद्धपद्धति
- विष्णुश्रुत
- विष्णुषट्पदी
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- विष्णुसमुच्चय
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- विष्णुसरस्तीर्थ
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- विष्णुसिद्धान्त
- विष्णुसिद्धान्तलीलावती
- विष्णुसूक्त
- विष्णुसूत्र
- विष्णुस्तव
- विष्णुस्तवराज
- विष्णुस्तुति
- विष्णुस्तोत्र
- विष्णुस्मृति
- विष्णुस्वरूपध्यानादिवर्णन
- विष्णुस्वामिन्
- विष्णुहरि
- विष्णुहारदेव
- विष्णुहिता
- विष्णुहृदय
- विष्णुहृदयस्तोत्र
-
74 वेदाङ्गिन्
vedâ̱ṅginm. one who studies orᅠ teaches the Vedâṇgas MW. ;
- वेदान्तकतक
- वेदान्तकथारत्न
- वेदान्तकर्तृ
- वेदान्तकल्पतरु
- वेदान्तकल्पद्रुम
- वेदान्तकल्पलता
- वेदान्तकल्पलतिका
- वेदान्तकारिकावलि
- वेदान्तकृत्
- वेदान्तकौमुदी
- वेदान्तकौस्तुभ
- वेदान्तग
- वेदान्तगम्य
- वेदान्तग्रन्थ
- वेदान्तचन्द्रिका
- वेदान्तचिन्तामणि
- वेदान्तज्ञ
- वेदान्तदिण्डिम
- वेदान्ततत्त्व
- वेदान्ततात्पर्य
- वेदान्तदीप
- वेदान्तदीपिका
- वेदान्तदेशिक
- वेदान्तनयनाचार्य
- वेदान्तनयनभूषण
- वेदान्तनामरत्नसहस्रव्याख्यान
- वेदान्तनिर्णय
- वेदान्तनिष्ठ
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- वेदान्तप्रक्रिया
- वेदान्तप्रणिहितधी
- वेदान्तप्रदीप
- वेदान्तभाष्य
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- वेदान्तसप्तसूत्र
- वेदान्तसम्मतकर्मतत्त्व
- वेदान्तसार
- वेदान्तसिंह
- वेदान्तसिद्धान्त
- वेदान्तसुधारहस्य
- वेदान्तसूत्र
- वेदान्तसौरभ
- वेदान्तस्यमन्तक
-
75 व्योम
vyoma
2) m. N. of a son of Daṡârha Pur. (v.l. for vyoman)
- व्योमकेश
- व्योमकेशिन्
- व्योमग
- व्योमगङ्गा
- व्योमगमनी
- व्योमगामिन्
- व्योमगुण
- व्योमचर
- व्योमचारिन्
- व्योमदेव
- व्योमधारण
- व्योमधूम
- व्योमध्वनि
- व्योमनासिका
- व्योमपञ्चक
- व्योमपाद
- व्योमपुष्प
- व्योममाञ्जर
- व्योममण्डल
- व्योममध्ये
- व्योममाय
- व्योममुद्गर
- व्योममृग
- व्योमयान
- व्योमरत्न
- व्योमवती
- व्योमवर्त्मन्
- व्योमवल्लिका
- व्योमविस्तृत
- व्योमव्यापिन्
- व्योमशब्द
- व्योमशिवाचार्य
- व्योमसद्
- व्योमसम्भवा
- व्योमसरित्
- व्योमस्थ
- व्योमस्थली
- व्योमस्पृश्
См. также в других словарях:
Aye Mere Watan Ke Logo — (ए मेरे वतन के लोगों) (O! the people of my motherland! :English), was an Indian patriotic song written by Kavi Pradeep and composed by C. Ramchandra (Chitalkar). It was rendered by Lata Mangeshkar around the end of Sino Indian War. It was… … Wikipedia
a-smarat — अस्मरत् … Indonesian dictionary
adhy-ātma-rati — अध्यात्मरति … Indonesian dictionary
ātma-rati — आत्मरति … Indonesian dictionary
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